| 1. | सूक्ष्म जगत हमारे भविष्य की खिड़की है.
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| 2. | लेकिन सूक्ष्म जगत में ऐसा ही होता है।
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| 3. | सूक्ष्म जगत की कुंजियाँ हाथ लग जाती हैं।
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| 4. | स्वप्न स्थूल और सूक्ष्म जगत के मध्य शृंखला
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| 5. | लेकिन सूक्ष्म जगत में ऐसा ही होता है।
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| 6. | इनके जाग्रत होने से ज्ञानेन्द्रियां सूक्ष्म जगत में
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| 7. | सूक्ष्म जगत अंदर के मनः चक्षु से दिखता है।
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| 8. | स्थूल जगत सूक्ष्म जगत के नियंत्रण में रहता है।
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| 9. | आंतरिक सूक्ष्म जगत के बारे में बताता है ।
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| 10. | सूक्ष्म जगत इस पूरे ब्रहांड का ही प्रतीक है।
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